आपके मन में कभी न कभी ये सवाल जरुर आया होगा की कोर्ट में जज आर्डर आर्डर क्यों बोलते है तो चलिए आज जानते है कोर्ट से जुड़े हुए कुछ मिथ्य और सच
Why do judges say order in court | कोर्ट में जज आर्डर आर्डर क्यों बोलते है
कोर्ट दो तरह की होती है एक फिल्मी कोर्ट जो आप फिल्मों में देखते हैं और दूसरी होती है रियल लाइफ कोर्ट जो आप अपनी रियल लाइफ में देखते हैं |
कुछ चीजें ऐसी हैं जो सिर्फ फ़िल्मी कोर्ट में ही पाई जाती है जबकि अगर आप उन्हें अपने रियल लाइफ में देखें तो वहां आपको उनका नामोनिशान भी नहीं मिलेगा | जो चीजें सिर्फ फिल्मी कोर्ट में पाई जाती है उनमें से एक है कुरान ,गीता या बाइबल पर हाथ रखकर कसम खिलाना, फिल्मों में आप देखते होंगे कि कोर्ट में जब कोई स्टेटमेंट लिया जाता है तो उससे पहले कुरान पर गीता पर या बाइबल पर हाथ रख कर के कसम खिलाई जाती है जबकि अगर आप रियल लाइफ कोर्ट में देखें तो आपको ऐसा कोई रिवाज नहीं मिलेगा
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इसी तरह से फिल्मों में आप देखते होंगे कि PIL(Public interest litigation) डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ही फाइल कर दी जाती है जबकि PIL का रूल यह है कि अगर किसी भी कांस्टीट्यूशन राइट से रिलेटेड PIL आपको फाइल करनी है तो वो सिर्फ और सिर्फ हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में ही फाइल की जा सकती है |
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इसी तरह से आप फिल्मों में देखते हो जब भी कोई विलेन या हीरो कोई बड़ा क्राइम करता है और पुलिस उसको गिरफ्तार कर लेती है तो उसका एडवोकेट पुलिस स्टेशन आता है और उसकी bail करा कर ले जाता है जबकि अगर आप रियल लाइफ में देखें तो जो जमानती अपराध है सिर्फ उन्हीं में पुलिस स्टेशन से बेल मिलती है उसमें भी किसी एडवोकेट की जरूरत नहीं पड़ती है | जबकि जो गैर जमानती अपराध है, बड़े क्राइम है उसमें bail सिर्फ कोर्ट से ही मिलती है पुलिस स्टेशन से नहीं मिलती| फिल्मों में आप कोर्ट में एडवोकेट को चिंघारते हुए , दहाड़ते हुए देखते होंगे जबकि रियल कोर्ट में एडवोकेट या कोई भी आदमी तेज आवाज में नहीं बोल सकता है वरना उसके ऊपर कंटेंट ऑफ कोर्ट का चार्ज लग जाएगा |
Why do judges say order in court | कोर्ट में जज आर्डर आर्डर क्यों बोलते है
इसी तरह से आप फिल्मों में जज को ऑर्डर ऑर्डर कहते हुए देखते होंगे लेकिन अगर आप किसी रियल कोर्ट में जाएंगे तो आपको कोई भी जज ऑर्डर ऑर्डर कहता हुआ नहीं मिलेगा पहली बात तो रियल कोर्ट में कोई बोलता नहीं है क्योंकि अगर वह कुछ बोलेगा तो उसके ऊपर कंटेंट ऑफ कोर्ट का चार्ज लग जाएगा | दूसरी बात यह है कि अगर कोई कुछ बोलता भी है तो उसको साइलेंस प्लीज बोला जाता है ऑर्डर ऑर्डर रियल कोर्ट में नहीं बोला जाता है तो दोस्तों अब तो आप समझ ही गए होंगे कि जज ऑर्डर ऑर्डर नहीं बोलता है यह सिर्फ एक मिथ्य हैं और अगर कहीं पर ऑर्डर ऑर्डर कहते भी हैं तो उसका मतलब साइलेंस होता है